
Jalandhar-Manvir Singh Walia
सराज महिला महाविद्यालय में महर्षि दयानंद सरस्वती जी के 200वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में चल रहे कार्यक्रमों की शृंखला में प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के दिशा-निर्देशन में ऋषि बोधोत्सव पूर्ण श्रद्धा से मनाया गया। इस अवसर पर वैदिक पताका फहराकर प्राचार्या डॉ.सरीन ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया व इसके बाद यज्ञ संपंन किया गया। प्राचार्या जी ने स्वामी जी के महान कार्यों और स्त्री शिक्षा के उन महान योगदानों को सभी के साथ सांझा किया और कहा कि आप कल्पना करें कि दो दशक पहले जब समाज में मोबाइल, इंटरनेट जैसा प्रसार नहीं था तब इस पुण्यात्मा ने किस प्रकार संघर्षों को पार कर समाज को एक नई दिशा और दशा प्रदान की होगी। सभी आर्यों का कत्र्तव्य है कि वह उनके दिखाए सच्चे मार्ग पर चलें। आर्य युवति सभा की सदस्य जान्हवी और अदिति ने अपने विचार पेश किए। मंच संचालन संस्कृत विभागाध्यक्षा डॉ. मीनू तलवाड़ ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डीन वैदिक अध्ययन डॉ. ममता ने किया। इस मौके पर ऋषि लंगर का भी आयोजन किया गया। जिसमें मुयातिथि श्री लक्षित सरीन, एसडीएम कालका थे। प्राचार्या जी ने कहा कि हम सभी वेद मार्ग के अनुयायी बनें और प्रत्येक दिन आर्य बनने का प्रयास करें। इस अवसर पर डीन अकादमिक डॉ. सीमा मरवाहा, स्कूल को-कोआर्डिनेटर श्रीमती अरविंदर, डीन स्टूडेंट वैलफेयर श्रीमती बीनू गुप्ता, श्री सुशील कुमार, टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ सदस्य और विद्यार्थी मौजूद रहे।
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