भोजन में मिलावट के खिलाफ जंग: पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री की ओर से अधिकारियों को लोगों  के बीच भोजन सुरक्षा वैन प्रचलित करने की अपील

डॉ. बलबीर सिंह ने फूड सेफ्टी के विशेष अधिकारियों के लिए 5 दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया उद्घाटन

– स्वास्थ्य मंत्री ने स्वच्छ वातावरण और भोजन सुरक्षा के महत्व पर दिया जोर

चंडीगढ़, 2 सितंबर: Prime Punjab

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की प्रतिबद्धता के अनुसार हर नागरिक के लिए सुरक्षित भोजन सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने सोमवार को लोगों के बीच भोजन सुरक्षा वैन प्रचलित करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि लोगों को दैनिक जीवन में खाए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच कराने के लिए जागरूक किया जा सके।

डॉ. बलबीर सिंह आज यहां मगसीपा में फूड सेफ्टी एंड स्टेंडर्डज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफ.एस.एस.ए.आई.) द्वारा पंजाब सरकार के सहयोग से विशेष अधिकारियों (फूड सेफ्टी) के लिए आयोजित पांच दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर कमिश्नर फूड एंड ड्रग्ज एडमिनिस्ट्रेशन डॉ. अभिनव त्रिखा, एफ.एस.एस.एआई के सलाहकार (साइंस एंड स्टेंडर्डज) डॉ. अलका राउ, संयुक्त निदेशक एफ.एस.एसए.आई अंकेश्वर मिश्रा, संयुक्त कमिश्नर एफ.डी.ए., पंजाब डॉ. हरजोत पाल सिंह, निदेशक लैब्स एफ.डी.ए. पंजाब रवनीत कौर सिद्धू भी उपस्थित थे।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने सभी के लिए सुरक्षित भोजन सुनिश्चित करने में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आप लोग ही जनता के लिए भोजन की जांच में मदद करने वाले व्यक्ति हैं। इसलिए भोजन सुरक्षा वैन की उपलब्धता के बारे में, विशेष रूप से विद्यार्थियों के बीच, जागरूकता पैदा करें।”

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य का मतलब केवल बीमारियों का न होना ही नहीं है, बल्कि इसमें पर्यावरण का स्वास्थ्य भी शामिल है। उन्होंने कहा कि हवा और पानी का प्रदूषण चिंता का विषय है और भोजन में मिलावट भी बढ़ रही है।

“स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते यह सुनिश्चित करना मेरी जिम्मेदारी है कि लोगों को जो भोजन मिल रहा है वह सुरक्षित है। केवल लोग ही नहीं, बल्कि मैं कहूंगा कि कीड़े-मकौड़े, तितलियां भी हमारी तरह उसी हवा में सांस ले रहे हैं और वही पानी पी रहे हैं, लेकिन उनके पक्ष में आवाज उठाने के लिए कोई विधायक, मंत्री नहीं हैं। इसलिए मैं इंसानों के साथ-साथ उन बेजुबानों का भी प्रतिनिधि बनकर सभी अधिकारियों से अपने कार्य को ईमानदारी से करने की अपील करता हूं।”

उन्होंने खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाले समाज विरोधी तत्वों के साथ मिलीभगत करने वाले अधिकारियों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “समाज आपको आपकी अज्ञानता के लिए माफ कर देगा, लेकिन आपकी लापरवाही के लिए कभी माफ नहीं करेगा। आप लोगों की सेहत और पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

कमिश्नर डॉ. अभिनव त्रिखा ने अपने संबोधन में सभी नियुक्त अधिकारियों के लिए रिफ्रेशर प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने प्रतिभागियों से इस कार्यशाला को इंटरएक्टिव सत्र बनाने की अपील की।

गौरतलब है कि सलाहकार डॉ. अलका राउ ने खाद्य पदार्थों के मानकों के विकास में एफ.एस.एस.ए.आई. की भूमिका के बारे में जानकारी दी।