एनआरआईज को निशाना बनाने वाले स्नैचर की पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश नाकाम; पुलिस ने पैर में गोली मारकर आरोपी को रोका

पंजाब पुलिस राज्य को सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध

मौके पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी के पैर में गोली मारकर स्थिति को नियंत्रित किया, टीम व आसपास मौजूद लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की: डीजीपी गौरव यादव

पुलिस टीम ने 300 पाउंड, 600 यूरो, 22,000 रुपए नकद, पासपोर्ट, मोबाइल फोन सहित चोरी का सामान बरामद किया: सी.पी गुरप्रीत सिंह भुल्लर
चंडीगढ़/अमृतसरन्ज/लन्धर-मनवीर सिंह वालिया

पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) को निशाना बनाने की दो घटनाओं में शामिल स्नैचर की पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश को विफल कर दिया। वर्णनीय है कि उक्त स्नैचर ने पुलिसकर्मियों से राइफल छीनकर भागने का प्रयास किया, लेकिन बहादुरी दिखाते हुए पुलिस ने आरोपी के पैर में गोली मारकर उसे घायल कर दिया। यह जानकारी आज डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने दी।

वर्णनीय है कि गिरफ्तार स्नैचर की पहचान सूरज उर्फ मंडी निवासी भिंडीसैदा, जिला अमृतसर के रूप में हुई है।

डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने आरोपी की भागने की कोशिश को नाकाम करते हुए पेशेवर ढंग से बहादुरी का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और राहगीरों को कोई नुकसान न पहुंचे।

डीजीपी ने बताया कि स्नैचिंग की एक घटना में एक महिला भी घायल हुई थी।

इस संबंध में जानकारी देते हुए अमृतसर के पुलिस कमिश्नर (सी.पी.) गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि स्नैचिंग से संबंधित इन मामलों की गहराई से जांच करते हुए अमृतसर सिटी के सिविल लाइंस थाने की टीम ने आरोपी सूरज को ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया।

उन्होंने बताया कि 300 पाउंड, 600 यूरो और 22,000 रुपए नकद, पासपोर्ट, मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, बार्कलेज कार्ड, रिवोल्ट कार्ड और मॉरीशस के नेशनल आईडी कार्ड सहित चोरी का सारा सामान बरामद कर लिया गया है।

उल्लेखनीय है कि चोरी हुए सामान की बरामदगी के लिए की गई त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की दो अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों ने अमृतसर पुलिस की भूरि-भूरि प्रशंसा की। ये दोनों पर्यटक, जो यूके और मॉरीशस से हैं, अमृतसर घूमने आए थे और अलग-अलग घटनाओं में चोरी का शिकार हो गए थे।