लुधियाना में नशा तस्करों के खिलाफ बुलडोजर ऑपरेशन जारी, अब तक राज्य भर में कुल 9 अवैध निर्माण ध्वस्त किए

  -युद्ध नशों के खिलाफ-

कमिश्नरेट पुलिस द्वारा गाँव तलवंडी कलां में दो नशा तस्करों के अवैध ढांचों पर कार्रवाई

– रेलवे की जमीन पर कब्जा कर बनाए घर, विभिन्न ड्रग तस्करी मामलों में शामिल हैं आरोपी

चंडीगढ़/लुधियाना, 4 मार्च – नशीले पदार्थों की तस्करी और उनके अवैध कब्जों पर शिकंजा कसने के लिए निरंतर प्रयासों के तहत ‘युद्ध नशों के खिलाफ ’ पहल के तहत लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस ने रेलवे अधिकारियों के सहयोग से जिले के गाँव तलवंडी कलां में दो तस्करों द्वारा रेलवे भूमि पर कब्जा कर बनाए गए अनधिकृत ढांचे गिरा दिए हैं।

ये ढांचे दो नशा तस्करों द्वारा गैर-कानूनी रूप से कब्जा किए गए थे। दोनों आरोपी नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (एन डी पी एस ) एक्ट के तहत दर्ज विभिन्न मामलों का सामना कर रहे हैं।

डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डी सी पी) जसकिरणजीत सिंह तेजा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि यह कार्रवाई रेलवे विभाग द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर की गई है, जिसमें उन्होंने अवैध कब्जे हटाने के लिए पुलिस सहायता की मांग की थी।

सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, आरोपियों में से रानी, एक कुख्यात नशा तस्कर है, जिस पर एन डी पी एस  एक्ट के तहत पाँच केस दर्ज हैं, जबकि शिंदर पाल, जिसे निका भी कहा जाता है, ड्रग तस्करी के 9 मामलों में संलिप्त है।

डी सी पी तेजा ने बताया कि पुलिस ने रेलवे अधिकारियों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित किया कि कब्जा-मुक्ति की कार्रवाई सुचारू रूप से पूरी हो और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए आवश्यक पुलिस बल तैनात किया गया। अधिकारियों ने पुष्टि की कि जमीन रेलवे की है और आरोपियों ने अवैध रूप से इस पर कब्जा किया हुआ था। रेलवे विभाग ने लुधियाना में अपनी जमीन पर 32 अवैध कब्जों की सूची सौंपी है।

डी सी पी जसकिरणजीत सिंह तेजा ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की नशा कारोबार में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि नशे की लत को पूरी तरह समाप्त किया जाएगा। ड्रग तस्करों को मिसाली सज़ाएं दी जाएंगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि नशा तस्करी में लिप्त लोगों के लिए कोई रियायत नहीं बरती जाएगी।

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