पुलिसकर्मी से लूटपाट करने वाले चार लुटेरे काबू

श्री मुक्तसर साहिब-प्राइम पंजाब
पंजाब में श्री मुक्तसर साहिब कीपुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिसकर्मी से लूटपाट करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा है। आरोपियों से पूछताछ में कई वारदातों का खुलासा हुआ है। एसएसपी ने इस बारे में पूरी जानकारी दी है। मिली जानकारी के पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब के एसएसपी केअनुसार इस गिरोह के सदस्यों ने ही रविवार को मलोट में एएसआई कुलदीप सिंह से सर्विस पिस्तौल, दो मोबाइल, पर्स समेत 5,500 रुपये, जरूरी दस्तावेज और तीन दिन पहले कोटभाई के गांव भूंदड़ में एक व्यक्ति से तेजधार हथियारों के बल पर 66 हजार की नकदी लूटी थडीएसपी मलोट फतेह सिंह बराड़, डीएसपी एनडीपीएस (मुक्तसर) संजीव गोयल के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। इसमें सभी पुलिस थानों के प्रभारी भी शामिल थे। पुलिस टीम ने गिरोह को ट्रेस कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।आरोपियों के कब्जे से एएसआई कुलदीप सिंह से छीनी गई सर्विस पिस्तौल, पांच कारतूस और वारदात में इस्तेमाल पिस्तौल, चार कारतूस, दो तलवारें, 60 ग्राम सोने के गहने, पांच मोबाइल और काले रंग की स्कोडा कार बरामद हुई है। एएसआई से लूटी गई 5,500 रुपये नकदी भी आरोपियों से बरामद कर ली गई है। आरोपियों की पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी निवासी गट्टी अजायब सिंह (फिरोजपुर), बिक्रमजीत सिंह निवासी फलियांवाली (फिरोजपुर), जश्न कुमार निवासी चक्क भूर वाला व कीरतपाल सिंह उर्फ किरत निवासी गांव जंडवाला मीरासांगला (फाजिल्का) के रूप में हुई है।उक्त आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उन्होंने मुक्तसर में भी लूट की वारदातें की हैं। 31 दिसंबर की रात करीब साढ़े 10 बजे मलोट रोड डेरा राधा स्वामी के पास एक कार चालक परिवार से 22 हजार की नकदी, दो मोबाइल फोन, सोने की चूडिय़ां व अंगूठियां छीनी थीं। इस मामले में पीडि़त जसविंदर सिंह निवासी दियोन खेड़ा के बयान पर थाना सिटी में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। एसएसपी भागीरथ सिंह मीना ने बताया कि आरोपी गुरप्रीत सिंह व बिक्रमजीत सिंह के खिलाफ पहले भी तीन-तीन केस चल रहे हैं। आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है।मुक्तसर में लूटपाट की घटनाओं में इजाफा हो रहा है। बूड़ागुज्जर रोड पर बीपी चेक करवाने के बहाने तीन लुटेरों ने डॉक्टर को लूटा और जख्मी कर भाग निकले। डॉक्टर विजय सुखीजा ने बताया कि रविवार की रात करीब साढ़े आठ बजे वह अस्पताल का शटर बंद करने की तैयारी कर रहे थे। इतने में एक युवक मुंह बांध कर आया और बीपी चेक करने को कहा।इतने में उसके पीछे दो और लोग मुंह बांधकर खड़े हो गए। अभी वह बीपी चेक करने की मशीन को उठा ही रहे थे कि पीछे खड़े एक नकाबपोश ने उनके हाथों पर जोर से उल्टी तरफ से कापा मारना शुरू कर दिया। एक ने उनकी गर्दन पकड़ ली। लुटेरे गल्ले में हाथ डालकर लगभग छह हजार की नकदी निकाल कर भाग निकले।