लुधियाना में पांच साल का बच्चा खाना लेकर अस्पताल जा रहा था। इसी दौरान आठ से दस कुत्ते उसके पीछे पड़ गए। मासूम बच्चे के पिता विमलेश कुमार ने बताया कि उसकी पत्नी की डिलीवरी होनी है। ऐसे में उसे अस्पताल में भर्ती करवाया है। शनिवार को वह 5 वर्षीय बेटे आयुष के साथ खाना लेकर जच्चा-बच्चा अस्पताल जा रहा था। बच्चा धीरे चल रहा था, जिस कारण वह कुछ कदम पीछे था। इतने में करीब 8 से 10 कुत्तों ने आयुष पर हमला कर दिया। बच्चे के चिल्लाने पर वह तुरंत बच्चे की तरफ गया और लोगों की मदद से कुत्तों पर पत्थर मारकर उन्हें भगाया तो बच्चे की जान बच सकी। विमलेश ने बताया कि अस्पताल के पार्क में भी कुत्ते घूमते हैं। पार्क में मरीज के रिश्तेदार तक नहीं बैठ सकते। कई लोगों को ये कुत्ते काट चुके हैं। कुत्तों के खौफ के कारण लोगों ने बाहर निकलन ही बंद कर दिया है। यदि कोई इस बारे में शिकायत करता है तो वह नगर निगम को जिम्मेदारबता देते हैं। अस्पताल में उपचार करवाने आए लोगों ने कहा कि वह अक्सर सिविल अस्पताल में उपचार करवाने आते हैं। करीब 1 सप्ताह में 4 से 5 केस अस्पताल में घूमते कुत्तों के काटने के यहां आते हैं। सेहत प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। पंजाब सरकार कुत्तों के लिए गोशाला की तर्ज पर डॉग पौंड बनाए।
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