जिंक की कमी बढ़ती आयु फैमिली हिस्ट्री और काले पुरषों को प्रोस्टेट का खतरा ज्यादा होता है डॉ अर्चिता महाजन

डॉ अर्चिता महाजन न्यूट्रिशन डायटिशियन चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार और पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित ने बताया कि अधिकांश प्रोस्टेट कैंसर मौन होते हैं, जिसका अर्थ है कि जब तक वे अधिक उन्नत नहीं हो जाते तब तक उनके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं।​इंडियन जर्नल ऑफ यूरोलॉजी पर मौजूद शोध के मुताबिक प्रोस्टेट ग्लैंड को हेल्दी रखने के लिए जिंक की जरूरत होती है। यह जिंक प्रोस्टेट बढ़ने का खतरा कम कर देता है।प्रोस्टेट ग्रंथि जिंक को संग्रहित करती है, जो न केवल प्रोस्टेट को बढ़ने से रोकती है, बल्कि पहले से सूजी हुई प्रोस्टेट ग्रंथि को सिकोड़ने में भी मदद कर सकती है।प्रोस्टेट कैंसर के पारिवारिक इतिहास वाले पुरुषों को 40 साल की उम्र में जांच शुरू कर देनी चाहिए। काले पुरुषों को भी अधिक खतरा होता है जिंक की कमी से त्वचा में परिवर्तन हो सकते हैं जो पहले एक्जिमा जैसे दिखते हैं। त्वचा पर दरारें और ‘ग्लेज़्ड’ (चिकनी या कांच जैसी) उपस्थिति हो सकती है। ये बदलाव सबसे पहले मुंह, नैपी एरिया और हाथों के आसपास देखे जा सकते हैं। मॉइश्चराइज़र, स्टेरॉयड क्रीम या लोशन से दाने ठीक नहीं होते हैं।वृद्ध लोग और जिन्हें कुछ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (आंत) रोग हैं । कुछ दवाएं मूत्र के माध्यम से जिंक की हानि को भी बढ़ा सकती हैं।पुरुषों के लिए प्रतिदिन 11 मिलीग्राम और महिलाओं के लिए 8 मिलीग्राम है। गर्भावस्था और स्तनपान के लिए क्रमशः 11 मिलीग्राम और 12 मिलीग्राम से थोड़ा अधिक की आवश्यकता होती हैआपको एक दिन में 40 मिलीग्राम से अधिक अतिरिक्त जिंक नहीं लेना चाहिए।तिल के बीज खाने से भरपूर जिंक मिलता है।लाइकोपीन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो टमाटर, साथ ही तरबूज और गुलाबी अंगूर को उनका गहरा लाल रंग देता है। एक अध्ययन में पाया गया कि रक्त में लाइकोपीन के स्तर में वृद्धि के साथ प्रोस्टेट कैंसर, विशेष रूप से आक्रामक प्रोस्टेट कैंसर के विकास का जोखिम कम हो गया। डॉ अर्चिता महाजन सुबह 10 00 बजे से 12 बजे तक सेवा भारती कपूरी गेट सेवा धाम में और दोपहर बाद तीन बजे से 5 बजे तक मंदिर श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर हंसली पुल बटाला (सरप्रस्ती अधीन श्री भगत कुणाल जी) क्लीनिक पर उपलब्ध हैं।