एच.एम.वी. में नव सत्र 2024-25 का शुभारंभ

जालन्धर-मनवीर सिंह वालिया

हंसराज महिला महाविद्यालय में प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के योग्यात्मक दिशा-निर्देशन अधीन नव सत्र 2024-25 का शुभारंभ हवन यज्ञ द्वारा किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम मन्त्रोच्चारण द्वारा सर्वमंगल की कामना हेतु हवन यज्ञ किया गया जिसमें परमपिता परमात्मा के प्रति नतमस्तक हो आगामी सत्र में सुख प्राप्ति के लिए कामना की गई। इस अवसर पर संगीत गायन विभाग से डॉ. प्रेम सागर एवं श्री प्रद्युमन व छात्राओं की ओर से ‘हम को मन की शक्ति देना’ भजन प्रस्तुत कर प्रभु आराधना की गई। प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने अपने शुभाशीष वक्तव्य में सर्वप्रथम नवागन्तुक छात्राओं का भारत की सर्वोत्तम संस्था में स्वागत किया एवं कहा कि आज से आप हंसराज महिला महाविद्यालय का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं जो संस्था अपने संस्कारों, मूल्यों एवं नव इनोवेशन, नव इतिहास निर्माण के लिए सदैव वियात रही है। आज इस कालेज से जो गुण, संस्कार लेकर आप जाएंगे वही आपके व्यक्तित्व का निर्माण कर आपको उच्चतम भविष्य प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कॉलेज आपका न केवल प्रशासनिक बल्कि सर्वांगीण विकास करेगा। उन्होंने एचएमवी की अनेक ऐसी छात्राओं से उन्हें परिचित करवाया जो इतिहास निर्माता है। अंत में उन्होंने डीएवी मैनेजिंग कमेटी की ओर से डीएवीसीएमसी अध्यक्ष पदमश्री डॉ. पूनम सूरी जी, डायरैक्टर श्री रमन गौड़, लोकल मैनेजिंग कमेटी अध्यक्ष श्री एन.के. सूद, कॉलेज टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ की ओर से नवागन्तुक छात्राओं का स्वागत किया व उनके उज्ज्वल व सुखद भविष्य की कामना की। इस अवसर पर मास कयूनिकेशन विभागाध्यक्षा डॉ. रमा शर्मा के संरक्षण में निर्मित एचएमवी वर्जन का तथा डीन पब्लिकेशन श्रीमती रितु बजाज, श्रीमती लवलीन कौर, श्री आशीष चड्ढा, डॉ. दीप्ति धीर व श्री परमिंदर सिंह के संरक्षण में तैयार एच.एम.वी. न्यूज का विमोचन किया गया। इस अवसर पर डीन अकादमिक डॉ. सीमा मरवाहा, डीन यूथ वैलफेयर श्रीमती नवरूप, डीन वैदिक सभा डॉ. ममता उपस्थित रहे। अंत में शान्ति पाठ कर सर्वमंगल की कामना की गई। इस अवसर पर छात्राओं के दिशा-निर्देशन के लिए उन्हें कॉलेज की विभिन्न गतिविधियों से परिचित करवाया गया। उनको टाइमटेबल वितरित किए गए। सैक्शन की जानकारी दी गई। एनसीसी एवं एनएसएस के बारे में संक्षिप्त रूप से बताया गया। इस अवसर पर मंच संचालन डॉ. अंजना भाटिया द्वारा किया गया।