मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से विकास के लिए पंचायती चुनाव सर्वसम्मति से करने की अपील की

* सरकार की ओर से सर्वसम्मति वाले गांवों को अधिक फंड देने की बात दोहराई
* पंचायती चुनावों में पैसे और ताकत का इस्तेमाल करने वालों को नकारें: मुख्यमंत्री
* अपने पैतृक गांव में लोगों से की बातचीत
* पंजाब के हितों के खिलाफ कोई भी केंद्रीय कानून राज्य में लागू नहीं किया जाएगा

सतौज (संगरूर), 3 अक्टूबर Prime Punjab
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य की जनता को आगामी पंचायती चुनाव क्स दौरान पैसे और ताकत का इस्तेमाल करने वालों को पूरी तरह से नकारने का आह्वान किया है।
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अपने गांव के दौरे क्स दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती चुनाव देश में लोकतांत्रिक प्रणाली की नींव हैं। उन्होंने कहा कि इन चुनावों का उद्देश्य लोगों को जमीनी स्तर पर लोकतंत्र का हिस्सा बनाना है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार इन चुनावों को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग पंचायतों में चुने जाने वाले उम्मीदवारों के लिए सर्वसम्मति बनाएं। उन्होंने कहा कि लोगों को इन चुनावों में पैसे और ताकत के इस्तेमाल से बचना चाहिए ताकि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा बन सकें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह राज्य भर के गांवों के समग्र विकास के साथ-साथ उनमें सामुदायिक एकता और सांप्रदायिक सद्भावना को मजबूत करेगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में पंचायती चुनाव बिना पार्टी चुनाव चिह्न के लड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे गांवों में गुटबाजी खत्म होगी और ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने बड़े हितों को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों को पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लडऩे से रोकने का बड़ा फैसला लिया है।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि जो भी गांव सर्वसम्मति से पंचायत का चुनाव करेगा, उसे स्टेडियम, स्कूल या अस्पताल सहित पांच लाख रुपए की अनुदान राशि दी जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे अपनी पंचायत का सर्वसम्मति से चुनाव कराकर राज्य में मिसाल कायम करें। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने पैतृक गांव के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आगे भी गांव के विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी और यह राज्य का मॉडल गांव बनकर उभरेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंचायती राज प्रणाली को मजबूत करना चाहती है, जिसके लिए समझदार और ईमानदार लोगों का चयन किया जाना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि राज्य सरकार के इन प्रयासों के अच्छे नतीजे सामने आएंगे और लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य भर के गांवों को विकास के लिए अधिकतम फंड देकर नया रूप दिया जाएगा और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबी सिर्फ नेताओं की बातों से खत्म नहीं होगी, बल्कि आम आदमी के सशक्तिकरण से ही इसे समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह कुंजी है, जो लोगों का जीवन स्तर उठाकर उन्हें गरीबी से बाहर निकाल सकती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के युवाओं को रोजगार देकर उनके सशक्तिकरण के लिए लगातार प्रयास कर रही है और अब तक 44,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतें लोकतांत्रिक प्रणाली की नींव हैं और इसे हर संभव तरीके से मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरपंचों का चुनाव गांवों के लिए होना चाहिए, न कि किसी राजनीतिक पार्टी या गुट के लिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि पंचायतें गांवों के विकास और लोगों की खुशहाली के लिए प्रेरक के रूप में काम करें।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के कई गांवों में पहले ही सर्वसम्मति से पंचायतों का चयन किया जा चुका है और अन्य गांवों में भी इस प्रक्रिया को दोहराया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंचायतें स्वस्थ लोकतंत्र की नींव हैं और राज्य सरकार शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए हर संभव कदम उठाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार गांवों का पूर्ण कायाकल्प करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों के हितों के खिलाफ कोई भी केंद्रीय कानून राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब के लोगों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार किसी को भी राज्य और यहां के लोगों के हितों के साथ खिलवाड़ नहीं करने देगी।
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