विद्या के महत्व को और शिक्षा के प्रति अपने दायित्व को बाखूबी समझता है डिप्स

Jalandhar-Manvir Singh Walia

कुदरत का असूल है कि लकीर से हटकर चलने वाले लोगों के रास्ते सीधे और हौंसले बुलंद होते है डिप्स का सफर भी ऐसे हौंसलों की उड़ान है। डिप्स के संस्थापक सरदार गुरबच्चन सिंह  की आंखों ने एक सपना देखा कि विद्या हर घर, हर गांव और हर कस्बे तक पहुंच सके और हर विद्यार्थी उन्नति के पथ पर अग्रसर हो सके। इसी सपने को आधार बनाकर गांव ढिलवां में डिप्स रूपी पौधे को बड़ी लगन से लगाया गया और संस्कारों व नैतिक मूल्यों से सींचा गया। इस पौधे ने अपनी प्रतिभा के दम पर चंद वर्षों में ही विद्या के क्षेत्र में ख्याति अर्जित की और विद्यार्थियों एंव अभिभावकों कीपहली पसंद बन गया। धीरे-धीरे डिप्स की विभिन्न शाखाएं बनती गई और परिवार बढ़ा होता गया।

आज डिप्स विद्यार्थी यहां से निखर कर देश-विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे है। आज हर क्षेत्र में चाहे इंजीनियरिंग हो, मैडिकल हो , सैन्यबल हो,राजनीति हो या बिजनेस हो। डिप्स के विद्यार्थी हर जगह, हर काम में अपने बेहतरीन प्रदर्शन और परिपक्व सोच का परिचय देकर सम्मानीय मुकाम हासिल कर रहे है।दुनिया में प्रतिभा की कमी नहीं है मगर आज वक्त ऐसा है कि हीरे को तराशने के लिए जौहरी का परिपक्व होना और सकारात्मक सोच रखना बेहद जरूरी है। डिप्स भी एक ऐसा जौहरी है, जो कठिनाईओं की हर कसौटी पर विद्यार्थियों को, उनके परिश्रम को परखता है ताकि देश के निर्माण में जब यह विद्यार्थी अपना कर्तव्य निभाएं तो हर भारत वासी को उन पर गर्व हो। डिप्स ऐसे होनहार विद्यार्थियों की नर्सरी कहलाता है। डिप्स मैनेजमेंट का निरंतर प्रयास है कि यह विजय यात्रा यूं ही पीढ़ियों तक चलती रही।

 

ढिलवां के लोगों की पहली पसंद है डिप्स कॉलेज ( को-एजुकेशनल )

 

डिप्स कॉलेज को-एजुकेशनल में न केवल विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है बल्कि कोर्स के माध्यम से उन्हें वह हुनर सिखाए जाते है जिनके माध्यम से वह आसानी से जीवन में अपने करियर की शुरूआत कर सकते है।विद्यार्थी ग्रैजुएशन में गणित, अर्थशास्त्र, फिजिकल एजुकेशन, इलेक्टिव हिंदी, इलेक्टिव पंजाबी, इलेक्टिव इंग्लिश, साइसोलोजी, होम साइंस, कॉस्मैटोलॉजी, कंप्यूटर साइंस, कंप्यूटर एप्लीकेशन, फैशन डिजाइनिंग और गारमेंट कंस्ट्रक्शन, इतिहास, पॉलीटिकल साइंस, बीकॉम, बीसीए, बैचलर इन साइंस ( मैडीकल, नॉन मैडीकल, इकोनामिक्स, कंप्यूटर साइंस ), पीजी डिग्री ( एम.एससी आईटी, एमए हिस्ट्री, एमए पंजाबी ) एम.कॉम, पीजी डिप्लोमा ( पीजीडीसीए, पीजी कॉस्मैटोलॉजी ), डिप्लोमा (डीसीए, सिलाई और टेलरिंग, यूजी कॉस्मैटोलॉजी ) से संबंधित कोर्स कर सकते हैं।

डिप्स आईएमटी में विभिन्न फील्डस में करियर बना अपना व अपने इंस्टीट्यूट का नाम कर चुके है विद्यार्थी

 

फैशन, होटल, मीडिया फील्ड में करियर बनाने के लिए इच्छुक विद्यार्थियों का डिप्स आईएमटी एक स्वभाविक प्राथमिकता है। ग्रैजुएशन में प्रवेश लेने वाले छात्र बी.कॉम ऑनर्स, बी.बी.ए., बी.टी.एम., बी.एच.एम.सी.टी., बी.एससी. फैशन डिजाइनिंग, बी.सी.ए., बी.एससी. (आईटी), और बी.एससी. (एमएलएस) और स्नातकोत्तर छात्र एम.कॉम, एमबीए, एमटीटीएम, एम.एससी. (आईटी), एम.एससी. (एमएलटी) में एडमिशन लेकर अपना भविष्य संवार रहे है। शिक्षण क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करते हुए कॉलेज के विद्यार्थी हमेशा यूनिवर्सिटी में अव्वल अंक लेकर अपने व अपने कालेज का नाम रोशन कर रहे है।

अकादमिक नॉलेज के साथ -साथफील्ड वर्क के लिए डिप्स पॉलिटेक्निक कॉलेज में तैयार किया जाता है विद्यार्थी

 

पंजाब राज्य तकनीकी शिक्षा बोर्ड और इंडस्ट्रियल ट्रैनिंग चंडीगढ़ से मान्यता प्राप्त डिप्स पॉलिटेक्निक कॉलेज रड़ा मोड़ में जिले में पहला स्थान हासिल करने के साथ विद्यार्थियों को फील्ड वर्क के लिए भी तैयार करता है। ताकि इंड्रस्ट्री में जाकर उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़ें। विद्यार्थी डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग ( इंडस्ट्री इंटीग्रेटिड), इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में दाखिला लेकर अपने अच्छे भविष्य की ओर अग्रसर हो रहे है।

ग्लोबल एजुकेशन के साथ डिप्स कॉलेज ऑफ एजुकेशन में तैयार होते है भविष्य के शिक्षक

 

देश के युवाओं को शिक्षित करने के लिए डिप्स कॉलेज ऑफ एजुकेशन में छात्राओं को ग्लोबल स्तरीय शिक्षा देकर शिक्षित किया जाता है। गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त डिप्स कॉलेज ऑफ एजुकेशन, ढिलवां में विद्यार्थी लैंग्वेज के साथ सोशल साइंस, इतिहास, पॉलिटिकल साइंस, इकनॉमिक्स, मैथ्स, साइंस,कॉमर्स, फाइन आर्ट्स, कंप्यूटर साइंस, कॉमर्स इकनॉमिक्स, इक्नॉमिक्स मैथ्स, कंप्यूटर साइंस मैथ्स का कैंबिनेशन ले सकते है।

पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से मान्यता प्राप्त डिप्स कॉलेज ऑफ एजुकेशन, रड़ा मोड़ में विद्यार्थी लैंग्वेज के साथ-साथ सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, गणित, कंप्यूटर, गणित, अर्थशास्त्र, वाणिज्य, कंप्यूटर शिक्षा गणित, अर्थशास्त्र, इतिहास, राजनीति विज्ञान में प्रवेश ले सकते हैं। डिप्स एजुकेशन कॉलेज शिक्षा क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ रहा है।

बच्चों की मदद के लिए उपलब्ध रहते है अध्यापक

 

जीवन में अपना मुकाम हासिल करने के लिए एक विद्यार्थी की मेहनत जितनी जरूरी है उतनी है स्कूल कॉलेज मैनेजमेंट और टीचर्स की भी मेहनत लगती है। डिप्स में टीचर्स द्वारा विद्यार्थियों को न केवल अच्छी शिक्षा दी जाती है बल्कि वह हर मदद के लिए हर समय उपलब्ध रहते है ताकि किसी भी विषय में आनी वाली समस्या को आसानी से हल किया जा सके। यहां पर विद्यार्थियों को न केवल पढाई जाता है बल्कि उनकी ओवरऑल डिव्लपमेंट की जाती है। इसके लए उन्हें विभिन्न प्रोफैशनल स्किल्स, अनुशासन, टेलेंट और स्पोर्ट्स के बारे में सिखाया जाता है।

स्मार्ट इंटरेक्टिव बोर्ड से विद्यार्थियों को किया जाता है शिक्षित

 

आज के बदलते समय में ना केवल हमारा लाइफस्टाइल बल्कि दुनिया भर में पढ़ने और पढ़ाने के तरीकों में भी कई तरह के बदलाव आए हैं और इन बदलावों को अपनाकर विद्यार्थियों भविष्य के लिए तैयार हो रहे है। डिप्स श्रृंखला की कक्षाओं में विद्यार्थियों को इंट्रैक्टिव बोर्ड ( जहां हर विषय के वर्किंग मॉडल्स और कार्यशीलता का अभ्यास करवाया जाता है। ) और अबेक्स के माध्यम से पढ़ाया जाता है ताकि वास्तविक कक्षाओं की भांति ही विद्यार्थी हर विषय की विषमताओं के बारे में घर बैठे ही सरल ढंग से सीख सकें।

इसके साथ ही विद्यार्थियों के संपूर्ण विकास के लिए डांस प्रतियोगिताएं, विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं, क्विज, डोमिनो चैलेंज, गो फार ग्रीन, आर्टिकल राइटिंग, डिबेट, भाषण प्रतियोगिता, योगा, कुकिंग विदाउट फायर, स्टेज शो, आर्ट गैलरी एग्जिबीशन आदि विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है एंव विशेष करियर काउंसलिंग सेशन भी एक्सपर्टस की देख-रेख में करवाए जाते है ताकि विद्यार्थियों में आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच पैदा हो। शिक्षा के क्षेत्र में आ रहे बदलावों से अपडेट रहने के लिए समय-समय पर मैनेजमैंट की ओर से फक्लिटी के लिए डिवैल्पमैंट प्रोग्राम का आयोजन किया जाता है ताकि अध्यापक विद्यार्थियों के नए तरीकों का इस्तेमाल करने की विधि और सभी को अधुनिक शिक्षा प्रदान की जा सके।

डिप्स गर्व करता है अपने अब तक के सफर पर – एमडी सरदार तरविंदर सिंह

 

आज जिस स्तर पर डिप्स के विद्यार्थी सर्वोत्तम प्रदर्शन कर रहे है चाहे शिक्षा हो खेल हो या मंच पर आत्मविश्वास के साथ अपने विचार रखना। डिप्स पूरे दायित्व से विद्यार्थियों की शख्सियत को निखारता है, विद्यार्थियों को खेलने के लिए विश्व स्तरीय खेल के मैदान और पढ़ाई के लिए बढ़िया लाइब्रेरी, बढ़िया लैब्स और उच्च क्वालिटी की अकादमिक सहायता उपलब्ध करवाई जाती है ताकि प्रतिभा सम्पन्न विद्यार्थी देश की बागडोर दायित्व से संभाल सकें। डिप्स एक ऐसी संस्था है जहां पर आप के संपूर्ण व्यक्तित्व का संतुलित विकास किया जाता है। विद्यार्थियों को प्रोफेशनल डिग्री देने के साथ-साथ उनको हुनरमंद भी बनाया जाता है ताकि वह अपने हुनर की बदौलत देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उच्य पद हासिल कर अपने सपनों को पूरा कर सकें। डिप्स में शिक्षा के पहले पड़ाव से ही उनके विचारों को इस तरह से सींचा जाता है कि डिप्स के विद्यार्थी शिक्षा हासिल करने के बाद भीड़ में भी एक अपनी अलग पहचान बना सके।

शिक्षा आज के भारत की रीढ़ की हड्डी है – सीएओ रमनीक सिंह

 

यूनिवर्सिटी ऑफ साउदर्न कैलिफोर्निया, लॉस एंजिल्स से ग्रैजुएशन करने के बाद सीएओ रमनीक सिंह ने डिप्स चेन की बागड़ोर को संभाल लिया है ताकि वह आधुनिक शैक्षिक रणनीतियों को अपना कर शिक्षा के स्तर को एक नए मुकाम पर पहुंचाया जा सके। भारतीय और अमेरिकी दोनो शिक्षण शैलियों का सुमिश्रण डिप्स के विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक अनुभव है। सीएओ रमनीक सिंह के अनुसार भारतीय शिक्षा प्रणाली के जमीनी स्तर पर बहुत काम करने की जरूरत है ताकि युवाओं को प्रैक्टिकल नॉलेज देकर भविष्य की चुनौतियों के लिए सक्षम किया जा सके।

नेल्सन मंडेला ने ठीक ही कहा है कि शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसका इस्तेमाल करके दुनिया को बदला जा सकता है। अच्छी शिक्षा मानव समाज को सपनों से निकालकर यर्थाथ के धरातल पर लाती है। डिप्स श्रृंखला का उद्देश्य ऐसी शिक्षा प्रदान करना है ताकि विद्यार्थी बौद्धिक रूप से स्वस्थ, सतर्क और उच्च नैतिक मूल्यों को अपनाने वाले हो। डिप्स संस्थान का मुख्य उद्देश्य बिना किसी भेद-भाव के हर बच्चे का सम्पूर्ण विकास है ताकि ग्लोबल स्तर पर भविष्य में होने वाली प्रतियोगिताओं का वे डट कर सामना कर सकें।

डिप्स निभा रहा है समाज के प्रति अपना दायित्व – सीईओ मोनिका मंडोत्रा

 

डिप्स केवल संस्था नहीं है बल्कि एक परंपरा है, एक सोच है। अनथक मेहनत से आज डिप्स जिस मुकाम पर पहुंचा हैवह अपने आप में एक मिसाल है। डिप्स एक ऐसी संस्था है जिससे जुड़कर अभिभावक और बच्चे गर्व महसूस करते है। डिप्स इसी तरह विद्या के क्षेत्र में अपना मुकाम बनाए रखेगा। इसी के साथ टीचर्स की ओवरऑल डिव्लपमेंट के लिए भी समय-समय पर वर्कशाप, सेमिनार व अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जाता है ताकि वह नई एजुकेशन प्रणाली से अवगत । विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ नैतिकताभी सिखाई जाती है ताकि वह बड़े होकर स्वावलंबी और अच्छे नागरिक बन सके। डिप्स द्वारा कोशिश की जाती है कि विद्यार्थियों को हमेशा नई टेक्नॉलोजी के माध्यम से शिक्षा दी जाए ताकि वह गोल्बल स्तर पर होनी वाली प्रतियोगिताओं में अव्वल दर्जे पर आए। इस बात का डिप्स मैनेजमेंट को पूर्ण विश्वास है।